एनपीआर क्या है

राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त, गृह मंत्रालय, भारत सरकार (आरजीआई) द्वारा रखा जाने वाला एक व्यापक पहचान डेटाबेस है।  

इस पहचान डेटाबेस को तैयार करने का उद्देश्य निम्नलिखित :

  • सरकारी योजनाओं के अन्तर्गत लाभ तथा सेवाओं के बेहतर उपयोग एवं कार्यान्वयन में सहायता 
  • आयोजना में सुधार
  • सुरक्षा में सुधार 

भारत सरकार ने अप्रैल 2010 से सितम्बर 2010 के दौरान जनगणना 2011 के लिए घर-घर जाकर सूची तैयार करने तथा प्रत्येक घर की जनगणना के चरण में देश के सभी सामान्य निवासियों के संबंध में विशिष्ट सूचना एकत्रित करके इस डेटाबेस को तैयार करने का कार्य शुरू किया है। यह योजना बनाई गई है कि 17 राज्यों तथा 2 संघ शासित प्रदेशों के सामान्य निवासियों (5 वर्ष तथा उससे ऊपर) के बारे में एकत्रित की गई सूचना को अब अंकीयकृत किया जाएगा, तथा आगे एकीकरण के लिए इन निवासियों की बायोमेट्रिक डेटा एकत्रित की जाएगी। 

नोट :  वर्ष 2004 में यथा संशोधित नागरिकता अधिनियम 1955 की धारा 14क के अनुसार, देश के प्रत्येक नागरिक के लिए भारतीय नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरआईसी) में पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर)  का सृजन एनआरआईसी तैयार करने की दिशा में पहला कदम है। निवासियों के व्यापक डेटासेट में से नागरिकों का उपसेट नागरिकता की स्थिति का सत्यापन करने के पश्चात निकाला जाएगा। इसलिए, सभी सामान्य नागरिकों के लिए एनपीआर के अन्तर्गत पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। 

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