राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर)
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का अंकीयकरण
महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त, भारत (आरजीआई) ने भारत के 15 राज्यों तथा 2 संघ शासित प्रदेशों के स्वाभाविक निवासियों के लिए राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) तैयार करने के लिए जनसांख्यिकीय डेटा अंकीयकरण का कार्य इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को सौपा था जिसने यह कार्य नाइलिट को कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में सौंपा। इस परियोजना के निष्पादन के लिए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के दूसरे संगठनों अर्थात सीएससी-एसपीवी, सी-डैक, एसटीक्यूसी तथा एसटीपीआई को भी नवम्बर, 2010 में भूमिकाएँ एवं जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं। परियोजना की लागत (लगभग) 572 करोड़ रु. है और इसमें लगभग 62 करोड़ जनसंख्या की जनसांख्यिकीय डेटा प्रविष्टि शामिल है।
चण्डीगढ़ (संघ शासित प्रदेश) के आँकड़ों का अंकीयकरण प्रायोगिक आधार पर शुरू किया गया और मार्च, 2012 में पूरा कर लिया गया। अन्य क्षेत्रों के मामले में, प्रबंधित सेवा प्रदाताओं (एमएसपी) का नियोजन करने के प्रयोजन से नाइलिट केन्द्र, चण्डीगढ़ के माध्यम से टेण्डर आमंत्रित किए गए। 25 शहरी क्षेत्रों तथा 19 ग्रामीण क्षेत्रों (चरण 1) के आँकड़ों के अंकीयकरण का कार्य सफल बोलीकर्ताओं को दिसम्बर 2011 में सौंपा गया, जिसमें लगभग 24 करोड़ जनसंख्या शामिल थी, तथा इसे मार्च 2013 में पूरा कर लिया गया। लगभग 37 करोड़ रिकार्डों के लिए शेष 48 ग्रामीण क्षेत्रों का कार्य जून 2012 में प्रबंधित सेवा प्रदाताओं को सौंपा गया। आँकड़ा अंकीयकरण का कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया और आँकड़ों का अन्तिम बैच अक्तूबर 2013 में आरजीआई को सौंप दिया गया।