डेटा संसाधन

विद्युत एवं जल बिल निर्माण (पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ के उत्तरी राज्य) 

  • नाइलिट चण्डीगढ़ केन्द्र पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ के उत्तरी राज्यों में विद्युत तथा जल बिल निर्माण के कम्प्यूटरीकरण में अग्रणी रहा है। 
  • यह केन्द्र प्रत्येक दो महीने में इन राज्यों के लगभग 60 लाख उपभोक्ताओं के लिए विद्युत बिल तैयार कर रहा है। 
  • विद्युत उपयोगिता बोर्डों/निगमों के भुगतान काउंटर भी कम्प्यूटरीकृत किए गए हैं। 
  • उपभोक्ताओं के ऑन-लाइन पंजीकरण तथा शिकायतों के निवारण के लिए चण्डीगढ़ में एक ‘नागरिक सुविधा केन्द्र’ की स्थापना की गई है।
  • केन्द्र द्वारा स्वदेशी रूप में विकसित एक बहुत ही सुदृढ़ सॉफ्टवेयर के जरिए सभी प्रकार के उपभोक्ताओं अर्थात घरेलू, वाणिज्यिक, कम विद्युत, मध्यम आपूर्ति, बृहद आपूर्ति/एचटी, कृषि, स्ट्रीट लाइट आदि के बिल तैयार किए जा रहे हैं। 
  • उपर्युक्त सभी राज्य विद्युत बोर्डों के लगभग 500 बिल भुगतान केन्द्रों को कम्प्यूटरीकृत किया गया है।
  • चण्डीगढ़ संघ शासित प्रदेश तथा मोहाली (पंजाब) और पंजाब के कुछ ग्रामीण क्षेत्रो के जल बिल निर्माण का भी कम्प्यूटरीकरण किया गया है। 
  • सभी उपभोक्ताओं की पहचान उसके स्थान, उप-मण्डल तथा मण्डल के क्षेत्र के आधार पर एक अनूठी पहचान संख्या के जरिए की जाती है। इन उपभोक्ताओं के पिछले छह बिलों से संबंधित जानकारी इन पहचान संख्याओं (लेखा संख्या) के जरिए प्राप्त की जा सकती है/देखी जा सकती है। 
  • केन्द्र ने विशाल डेटा को पहुँचाने के समय में कमी करने के उद्देश्य से यूएचबीवीएन (हरियाणा) के विभिन्न शहरों में उप-केन्द्र भी स्थापित किए हैं। 
  • बिल तैयार करने के कार्य को नियमित रूप में करने के लिए बड़ी मूलसंचना का प्रयोग किया जा रहा है। इस मूलसंरचना में सर्वर, क्लायंट कम्प्यूटर तथा तेज गति के लाइन प्रिंटर शामिल हैं। 
  • बिलों के फार्म निर्धारित समय में मुद्रित करने के लिए कई वर्षों से विभिन्न रंगों तथा डिजाइन की लेखन-सामग्री के हजारों पैकेटों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • इस कार्य को देखने तथा निर्धारित समय के अन्दर बिल तैयार करने का काम पूरा करने के लिए लगभग 70 व्यक्तियों (सॉफ्टवेयर इंजीनियर तथा डेटा प्रविष्टि प्रचालक) की एक मजबूत जनशक्ति को रात-दिन के लिए नियोजित किया गया है।    
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