एन डी एल एम
एनडीएलएम का परिदृश्य
डिजिटल साक्षरता अभियान (दिशा) या राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन (एनडीएलएम) योजना आंगनवाड़ी एवं आशा के कर्मचारियों तथा पूरे देश के सभी राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के प्राधिकृत राशन डीलर सहित 52.5 लाख व्यक्तियों को सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तैयार की गई है जिससे सूचना प्रौद्योगिकी में गैर-साक्षर नागरिकों को सूचना प्रौद्योगिकी में साक्षर बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा सके ताकि उन्हें गणतांत्रिक एवं विकासात्मक प्रक्रियाओं में सक्रिय एवं कुशलतापूर्वक हिस्सा लेने तथा अपनी आजीविका में सुधार करने के समर्थ बनाया जा सके।
आंगनवाड़ी एवं आशा के कर्मचारियों तथा प्राधिकृत राशन डीलर सहित कुल 52.5 लाख व्यक्तियों को इस कार्यक्रम के अन्तर्गत दो चरणों में प्रशिक्षित किया जाएगा। पहले चरण में, 10 लाख लाभग्राहियों को योजना के अन्तर्गत प्रशिक्षित किया जाएगा। इनमें से 6.3 लाख लाभग्राहियों को स्तर 1 तथा 2.7 लाभग्राहियों को स्तर 2 में प्रशिक्षित किया जाएगा। नौ लाख लाभग्राही सरकार से प्रशिक्षण फीस की सहायता के पात्र होंगे। शेष 100,000 लाभग्राहियों को उद्योग तथा नागरिक समाज के भागीदारों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। दूसरे चरण में, 42.5 लाख व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिनमें आंगनवाड़ी तथा आशा के कर्मचारी और प्राधिकृत राशन डीलर भी शामिल होंगे।
डिजिटल साक्षरता की परिभाषा
- डिजिटल साक्षरता व्यक्तियों तथा समुदायों की वह क्षमता है जिसके द्वारा वे जीवन की परिस्थितियों में सार्थक कार्रवाई करने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकियों को समझ सकेंगे तथा प्रयोग में ला सकेंगे।
- राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट), अजमेर प्रधान मंत्री के “डिजिटल भारत” विजन के एक भाग के रूप में राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन (एनडीएलएम) के अन्तर्गत पाठ्यक्रम चला रहा है।
- इस योजना के अन्तर्गत, देश के प्रत्येक राज्य/संघ शासित प्रदेश में चुने गए ब्लॉकों के प्रत्येक पात्र परिवार से एक व्यक्ति को कम्प्यूटर कुशलता में प्रशिक्षित किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य प्रशिक्षार्थियों की आवश्यकता के प्रासंगिक मूलभूत आईसीटी कुशलता में प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिसके फलस्वरूप नागरिक सूचना प्रौद्योगिकी तथा संबद्ध अनुप्रयोगों का उपयोग कर सकें और गणतांत्रिक प्रक्रियाओं में सक्रिय रूप से हिस्सा ले सकें और साथ ही अपनी आजीविका के अवसरों में आगे वृद्धि कर सकें। ऐसे व्यक्ति डिजिटल युक्तियों का प्रयोग करने के जरिए सूचना, ज्ञान तथा कुशलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। पाठ्यक्रम का ढाँचा नीचे दिए अनुसार है :
प्रशिक्षण के स्तर
- योजना के अन्तर्गत दो स्तर के प्रशिक्षण
इस योजना के अन्तर्गत सूचना प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण के दो स्तरों के निम्नलिखित व्यापक उद्देश्य होंगे :
1. डिजिटल साक्षरता का परिचय (स्तर 1)
किसी व्यक्ति को सूचना प्रौद्योगिकी साक्षर बनाना, जिससे वह डिजिटल युक्तियों, जैसे कि मोबाइल फोन, टैबलेट आदि का प्रयोग कर सके, ई-मेल भेज तथा प्राप्त कर सके और सूचना देखने आदि के लिए इंटरनेट में खोज कर सके।
2. मूलभूत डिजिटल साक्षरता (स्तर 2)
उच्चतर स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी साक्षरता के अलावा, सरकार तथा अन्य एजेंसियों द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न ई-शासन सेवाओं को प्रभावी रूप में प्राप्त करने पर भी नागरिकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
पात्रता के मानदण्ड :
स्तर 1 : सूचना प्रौद्योगिकी में गैर-साक्षर – शिक्षित तथा 7वीं दर्जा तक उत्तीर्ण
स्तर 2 : सूचना प्रौद्योगिकी में गैर-साक्षर तथा कम से कम 8वीं दर्जा उत्तीर्ण
आयु : 14 से 60 वर्ष
अध्ययन के स्थान :
पात्र परिवार अपने परिवार से किसी एक व्यक्ति को नामित कर सकता है। चुने गए व्यक्ति को किसी निकटतम प्रशिक्षण केन्द्र/सामान्य सेवा केन्द्र (सीएससी) में इस कार्यक्रम के अन्तर्गत नामांकन कराना होगा।
पाठ्यक्रम की अवधि :
स्तर 1 : 20 घंटे (न्यूनतम 10 दिन तथा अधिकतम 30 दिन)
स्तर 2 : 40 घंटे (न्यूनतम 20 दिन तथा अधिकतम 60 दिन)
शिक्षण का माध्यम :
स्तर 1 तथा 2 : भारत की राजभाषा
फीस :
स्तर 1 : अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/बीपीएल परिवारों के मामले में कोई फीस देय नहीं है, और साधारण विद्यार्थियों के मामले में 125/- रु. देय है।
स्तर 2 : अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/बीपीएल परिवारों के मामले में कोई फीस देय नहीं है, और साधारण विद्यार्थियों के मामले में 250/- रु. देय है।
मूल्यांकन :
नाइलिट, एनआईओएस, इग्नू, आदि जैसी राष्ट्रीय स्तर की प्रमाणन एजेंसी द्वारा स्वतंत्र बाह्य मूल्यांकन किया जाएगा।
एनडीएलएम पाठ्यक्रम का ढाँचा :
पाठ्यक्रम |
अवधि |
पात्रता |
कुल फीस |
डिजिटल साक्षरता का परिचय (स्तर 1) |
2 सप्ताह (20 घंटे) |
शिक्षित तथा 7वीं दर्जा तक उत्तीर्ण (आयु 14 से 60 वर्ष) |
125/- रु. |
डिजिटल साक्षरता के मूल तत्व (स्तर 2) |
4 सप्ताह (40 घंटे) |
साक्षर तथा कम से कम 8वीं दर्जा उत्तीर्ण (आयु 14 से 60 वर्ष) |
250/- रु. |
डिजिटल साक्षरता का परिचय (स्तर 1)
मॉड्यूल सं. | मॉड्यूल का नाम | अध्ययन के घंटे |
---|---|---|
1. |
डिजिटल युक्तियों का परिचय |
2 |
2. |
डिजिटल युक्तियों का प्रचालन |
4 |
3. |
इंटरनेट का परिचय |
2 |
4. |
इंटरनेट का प्रयोग करके संचार |
6 |
5. |
इंटरनेट के अनुप्रयोग |
6 |
कुल |
20 घंटे |
डिजिटल साक्षरता के मूल तत्व (स्तर 2)
अनिवार्य मॉड्यूल :
मॉड्यूल सं. | मॉड्यूल का नाम | अध्ययन के घंटे |
---|---|---|
1. |
डिजिटल युक्तियों का परिचय |
2 |
2. |
डिजिटल युक्तियों का प्रचालन |
4 |
3. |
सरकारी सेवाओं का अधिगम |
6 |
4. |
डिजिटल प्रौद्योगिकी की सुरक्षा एवं संरक्षा |
4 |
कुल |
16 घंटे |
|
वैकल्पिक मॉड्यूल : |
||
मॉड्यूल सं. |
मॉड्यूल का नाम |
अध्ययन के घंटे |
1. |
शब्द संसाधन |
6 |
2. |
स्प्रेड शीट |
4 |
3. |
प्रस्तुतीकरण |
4 |
4. |
मल्टीमीडिया का मूलभूत प्रयोग |
6 |
5. |
इंटरनेट का परिचय |
2 |
6. |
इंटरनेट का प्रयोग करके संचार |
6 |
7. |
इंटरनेट के अनुप्रयोग |
6 |
वैकल्पिक मॉड्यूल – कुल |
34 घंटे |
|
अध्ययन के लिए उपलब्ध कुल घंटे |
50 घंटे |
|
स्तर 2 के लिए आवश्यक अध्ययन के न्यूनतम घंटे |
40 घंटे |