निदेशक की कलम से
रा.इ.सू.प्रौ.सं. अगरतला केंद्र का परिचय करते हुए मुझे अत्यधिक ख़ुशी हो रही है । रा.इ.सू.प्रौ.सं. अगरतला केंद्र का हरा भरा परिसर बोधजुंगनगर में 15 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है । नाईलिट अगरतला ने अपने आप को सूचना, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रौद्योगिकी (आई.ई.सी.टी) के क्षेत्र में एक ब्रांड के रूप में स्थापित कर लिया है।
सिर्फ आठ साल के अपने जीवन काल में, इस केंद्र ने त्रिपुरा राज्य के छात्रों, पेशेवरों और विभिन्न संगठनों पर एक बड़े पैमाने पर सकारात्मक प्रभाव डाला है । नाईलिट अगरतला, सुसज्जित एवं अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के द्वारा, त्रिपुरा के युवाओं को आई.ई.सी.टी. के क्षेत्र में सुविधाजनक शिक्षा एवं प्रशिक्षण निरंतर प्रदान करता रहेगा ।
नवीनतम सॉफ्टवेयर और विशिष्ट हार्डवेयर से सुसज्जित सॉफ्टवेयर लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स लैब, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स लैब, मोबाइल रिपेयरिंग लैब, आधुनिक प्रशिक्षण उपकरण वाली सूचना सुरक्षा और सिस्को नेटवर्किंग लैब की स्थापना नाईलिट अगरतला के लिए गौरव की बात है । नाईलिट अगरतला आई.ई.सी.टी. के क्षेत्र में तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने और सरकारी विभागों, बोर्डों, निगमों, तकनीकी संस्थानों और आम जनता के बीच ज्ञान का प्रसार करने के लिए पूरी गंभीरता से प्रयास कर रहा है । यह उद्यमियों और युवा छात्रों को आई.ई.सी.टी. को अपने कैरियर के भावी रूप में चुनने में मदद कर रहा है ।
उद्योग उन्मुख गुन्पूर्ण शिक्षा एवं प्रशिक्षण के विकास के अलावा, नाईलिट अगरतला आई.ई.सी.टी. के क्षेत्र में औपचारिक और अनऔपचारिक दोनों प्रकार की शिक्षा लगा हुआ है और इसके अध्ययन केंद्र त्रिपुरा विश्वविद्यालय, खोवई और खुमलुंग में स्थित हैं ।
पिछले कुछ वर्षों में, हमारे केंद्र से कई छात्रों को विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों में प्लेसमेंट प्राप्त हुआ है ।
योग्य, कुशल और सेवा योग्य जनशक्ति विकसित करने और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपनी पहुंच का विस्तार करने के प्रयास में, नाईलिट अगरतला राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.) की सिफारिश के अनुसार कार्यरत है ।
अनुराग माथुर
निदेशक