ए स्तर
नाम : डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर
पात्रता:
ओ स्तर में उत्तीर्ण अथवा कोई स्नातक अथवा कक्षा 10/12 के बाद सरकारी मान्यता प्राप्त पॉलीटेकनिक इंजीनियरी में डिप्लोमा (साथ-साथ नहीं)।
अवधि : 1½ वर्ष (सेमेस्टर पद्धति)
प्रमाण-पत्र प्रदान करने का निकाय : नाइलिट (पूर्वतन डीओईएसीसी सोसायटी)
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर के शैक्षिक पाठ्य विषय
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर पाठ्यक्रम डीओईएसीसी के प्रोफेशनल सूचना प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम का दूसरा स्तर है। यह ‘ओ’ स्तर के बाद है। यह रोजगार के प्रयोजनों से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कम्प्यूटर अनुप्रयोग में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम के समकक्ष है। पाठ्यक्रम की अवधि सीधे प्रवेश के लिए 1½ वर्ष तथा है ‘ओ’ स्तर में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए 1 वर्ष है। पाठ्यक्रम प्रत्येक वर्ष जनवरी तथा जुलाई के महीने से आरम्भ होता है। दाखिले की नोटिस पाठ्यक्रम आरम्भ होने के लगभग 1 महीने पहले नागालैण्ड के स्थानीय दैनिक समाचार-पत्रों में प्रकाशित की जाएगी।
उद्देश्य :
इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को अपेक्षित ज्ञान एवं कुशलता प्रदान करके डीओईएसीसी परीक्षा के लिए तैयार करना है।
मान्यता :
भारत सरकार ने डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा आयोजित डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर की परीक्षा को केन्द्र सरकार के अन्तर्गत पदों तथा सेवाओं में रोजगार के प्रयोजन से कम्प्यूटर अनुप्रयोग में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम के समकक्ष की मान्यता प्रदान की है।
प्रवेश : प्रत्येक सत्र के लिए 20 सीटें
चयन की पद्धति :
विद्यार्थियों का चयन नाइलिट, कोहिमा द्वारा ली जाने वाली विशुद्धतः एक प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है। यदि आवेदकों की संख्या कम होती है तो प्रवेश परीक्षा नहीं ली जाती है।
पेपर कोड | पेपर का नाम |
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प्रथम सेमेस्टर |
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सूचना प्रौद्योगिकी उपकरण तथा व्यवसाय प्रणालियाँ |
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A2-R4 |
इंटरनेट प्रौद्योगिकी एवं वेब डिजाइन |
A3-R4 |
‘C’ भाषा के माध्यम से प्रोग्रामिंग एवं समस्या समाधान |
द्वितीय सेमेस्टर |
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A4-R4 |
कम्प्यूटर प्रणाली की वास्तुकला |
A5-R4 |
ढाँचाकृत प्रणाली विश्लेषण एवं डिजाइन |
A6-R4 |
C++ के माध्यम से डेटा का ढाँचा |
A7-R4 |
डीबीएमएस का परिचय |
तृतीय सेमेस्टर |
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A8-R4 |
ओएस, यूनिक्स तथा शेल प्रोग्रामिंग के मूल तत्व |
A9-R4 |
डेटा संचार एवं नेटवर्क प्रौद्योगिकियाँ |
A10.1-R4 |
जावा के माध्यम से वस्तुनिष्ठ प्रोग्रामिंग का परिचय |
A10.2-R4 |
सॉफ्टवेयर परीक्षण तथा गुणवत्ता प्रबंध |
चतुर्थ सेमेस्टर |
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A8-R4 |
ओएस, यूनिक्स तथा शेल प्रोग्रामिंग के मूल तत्व |
A9-R4 |
डेटा संचार एवं नेटवर्क प्रौद्योगिकियाँ |
A10.1-R4 |
जावा के माध्यम से वस्तुनिष्ठ प्रोग्रामिंग का परिचय |
A10.2-R4 |
सॉफ्टवेयर परीक्षण तथा गुणवत्ता प्रबंध |
# A10.1R4 तथा A10.2R4 से एक पेपर का चयन किया जाना है |
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प्रैक्टिकल पेपर तथा परियोजना |
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PR-1 |
प्रैक्टिकल-1(A1, A2, A3, A4 पेपरों की पाठ्यचर्या पर आधारित) |
PR-2 |
प्रैक्टिकल -2(A5,A6,A7,A8,A9,A10 पेपरों की पाठ्यचर्या पर आधारित) |
PJ |
परियोजना कार्य |
परियोजना कार्य :
परियोजनाएँ डीओईएसीसी योजना के पाठ्य विषयों के अभिन्न अंग हैं जिसे पास करने पर ही प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा। दूसरा सेमेस्टर पूरा करने के बाद एक परियोजना है जिसके लिए 100 अंक निर्धारित हैं। विद्यार्थी द्वारा परियोजना का कार्य शिक्षक के मार्गदर्शन तथा सहायता से और संबंधित संस्थान के प्रबंध के अन्तर्गत किया जाएगा। इसे सफलतापूर्वक पूरा करने और सिद्धान्त के न्यूनतम 5 पेपरों में उत्तीर्ण होने के बाद, परियोजना रिपोर्ट 500/- रु. की फीस (डीओईएसीसी के पक्ष में नई दिल्ली में देय डिमाण्ड ड्राफ्ट के रूप में) तथा परियोजना की प्रामाणिकता से संबंधित एक प्रमाण-पत्र के साथ डीओईएसीसी सोसायटी, 6 सीजीओ कॉम्प्लेक्स, इलेक्टॉनिक्स निकेतन, नई दिल्ली को प्रस्तुत की जाएगी। डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा नामित एक विशेषज्ञ, विद्यार्थी के निवास स्थल से यथा संभव निकट, परियोजना पर मौखिक परीक्षा लेगा। परियोजना कार्य से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सूचना नीचे दी गई है।
पर्यवेक्षक/गाइड कौन हो सकता है
ए स्तर के लिए गाइड ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसके पास डीओईएसीसी बी स्तर/एमसीए/बी.टेक/समकक्ष/उच्चतर अर्हता तथा विद्यार्थी ने जिस क्षेत्र में परियोजना का चयन किया है उस क्षेत्र में पर्याप्त अनुभव (न्यूनतम 3 वर्ष) हो। किसी प्रत्यायित संस्थान के विद्यार्थी के मामले में, संबंधित संस्थान पर्यवेक्षक के नामांकन सहित सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराएगा।
ए स्तर की परियोजना प्रस्तुत करने का समय
ए स्तर के विद्यार्थी ए स्तर के पाठ्यक्रम के 5 पेपरों में उत्तीर्ण होने का बाद ही परियोजना प्रस्तुत कर सकते हैं। ए स्तर की परियोजना की अवधि लगभग 350 मानव घंटों की होगी और इसके लिए 100 अंक होंगे (परियोजना के मूल्यांकन के लिए 80% तथा मौखिक परीक्षा के लिए 20%)।
परियोजना रिपोर्ट का निर्माण
अन्तिम परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के दिशा-निर्देश के संबंध में निम्नलिखित सुझावों का अनुपालन किया जाए :
- टाइपिंग और डुप्लिकेट प्रतियाँ बनाने के लिए अच्छी क्वालिटी के सफेद एक्जीक्यूटिव बांड पेपर का इस्तेमाल किया जाए। इस बात को ध्यान में रखा जाए कि डुप्लिकेट प्रतियाँ बनाते समय उसमें दाग-धब्बे न लगें।
- पृष्ठ की विशिष्टियाँ : (लिखित पेपर तथा स्रोत कोड)
- बाईं ओर का हाशिया 3.0 सेमी.
- दाहिनी ओर का हाशिया 3.0 सेमी.
- ऊपर का हाशिया 2.7 सेमी.
- नीचे का हाशिया 2.7 सेमी.
- पाठ के सभी पृष्ठों तथा स्रोत कोड की सूची में पृष्ठों के अंत में मध्य भाग पर पृष्ठ संख्या दी जाएगी।
डीओईएसीसी को परियोजना रिपोर्ट की प्रस्तुति
विद्यार्थी निर्धारित प्रारूप में अपनी परियोजना रिपोर्ट अपेक्षित फीस के साथ प्रस्तुत करेगा/करेगी। परियोजना रिपोर्ट में निम्नलिखित शामिल होंगे :
- परियोजना रिपोर्ट की एक हार्डकॉपी
- फ्लॉपी/सीडी में परियोजना की सॉफ्टकॉपी
- परियोजना रिपोर्ट लगभग 50 पृष्ठों की होगी (कोडिंग को छोड़कर)
फीस :
500/- रु. (पाँच सौ रुपए मात्र) की फीस डीओईएसीसी के पक्ष में नई दिल्ली में देय डिमाण्ड ड्राफ्ट के जरिए डीओईएसीसी सोसायटी को भेजी जाएगी।
परीक्षा :
सिद्धान्त की परीक्षाएँ :
डीओईएसीसी “ए”- स्तर के सिद्धान्त की परीक्षा डीओईएसीसी सोसायटी, नई दिल्ली द्वारा वर्ष में दो बार (जनवरी तथा जुलाई के महीने में) ली जाती है। पूरे भारत में कई परीक्षा केन्द्र हैं। परीक्षा फार्म संग्रह करते समय परीक्षा केन्द्रों की सूची उपलब्ध होगी। विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार परीक्षा केन्द्र का चयन कर सकते हैं।
प्रत्येक पेपर का पूर्णांक 100 और परीक्षा की अवधि 3 घंटे है। सिद्धान्त के प्रत्येक पेपर के लिए परीक्षा फीस 500- रु. तथा परीक्षा फार्म का मूल्य 25/- रु. है।
प्रैक्टिकल परीक्षा :
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर की प्रैक्टिकल परीक्षा का आयोजन संस्थान में ही डीओईएसीसी सोसायटी, नई दिल्ली के पर्यवेक्षण में आयोजित की जाती है। विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरते समय 300/- रु. प्रति पेपर की अतिरिक्त प्रैक्टिकल परीक्षा फीस का भुगतान करने के साथ प्रैक्टिकल परीक्षा में बैठने का विकल्प देना होगा। प्रत्येक प्रैक्टिकल परीक्षा की अवधि 3 घंटे है।
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर के दो प्रैक्टिकल पेपर हैं अर्थात PR-1 तथा PR-2 जिनके प्रत्येक के कुल अंक 100 (मौखिक परीक्षा के लिए 20 अंक सहित) हैं। A1-R4,A2-R4, A3-R4 तथा A4-R4 पेपरों के आधार पर PR-I होगा और PR-2 शेष पेपरों के आधार पर होगा।
पाठ्यक्रम के प्रैक्टिकल पेपरों में बैठने की पात्रता की शर्तें नीचे दिए अनुसार हैं :
- PR1: A1-R4, A2-R4, A3-R4 तथा A4-R4 पेपरों में बैठना पड़ेगा या PR1 के साथ इन पेपरों में बैठना पड़ेगा।
- PR2: A5-R4, A6-R4, A7-R4, A8-R4, A9-R4 तथा A10.1-R4/A10.2-R4 पेपरों में बैठना पड़ेगा या PR2 के साथ इन पेपरों में बैठना पड़ेगा।
परीक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियाँ नीचे दिए अनुसार हैं :
कार्यकलाप | जनवरी परीक्षा | जुलाई परीक्षा |
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नाइलिट, कोहिमा में आवेदन फार्मों के लिए अनुरोध |
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i) आरम्भ की तिथि |
1 सितम्बर |
1 मार्च |
नाइलिट, कोहिमा में आवेदन फार्म प्रस्तुत करने की अन्तिम तिथि |
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i) विलम्ब शुल्क के बिना |
15 अक्तूबर |
15 अप्रैल |
फार्म डीओईएसीसी, नई दिल्ली में सीधे प्रस्तुत करने की अन्तिम तथि |
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i) विलम्ब शुल्क के बिना |
31 अक्तूबर |
30 अप्रैल |
परीक्षा का प्रारम्भ: |
जनवरी का दूसरा शनिवार |
जुलाई का दूसरा शनिवार |
परीक्षा के परिणाम :
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर की परीक्षा के परिणाम साधारणतया डीओईएसीसी की वेबसाइट http://www.doeacc.edu.in पर परीक्षा समाप्त होने के ढाई महीने के बाद प्रकाशित किए जाते हैं। विद्यार्थी वेबसाइट से अपने परिणामों की जाँच कर सकते हैं तथा डाउनलोड कर सकते हैं। विद्यार्थी संस्थान से भी परीक्षा के परिणामों की माँग कर सकते हैं। परिणाम डीओईएसीसी सोसायटी द्वारा प्रत्येक विद्यार्थी को अलग-अलग भेजे जाएंगे। परिणाम ग्रेड के रूप में दिए जाएंगे। परीक्षा के समग्र ग्रेड का आकलन करते समय प्रैक्टिकल पेपरों तथा परियोजना के प्राप्तांक को शामिल नहीं किया जाता है लेकिन प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए प्रैक्टिकल पेपर में उत्तीर्ण होना तथा परियोजना को पूरा आवश्यक शर्त है।
उपर्युक्त डीओईएसीसी पाठ्यक्रम के लिए ग्रेड प्रदान करने की प्रणाली नीचे दिए अनुसार है :
क्र.सं. | प्राप्त अंक | प्रदान किया जाने वाला ग्रेड |
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1 |
50% से कम |
F (फेल) |
2 |
50% - 54% |
D |
3 |
55% - 64% |
C |
4 |
65% - 74% |
B |
5 |
75% - 84% |
A |
6 |
85% तथा अधिक |
S |
अंकों के पुनः योग का अनुरोध परिणामों की घोषणा की तिथि से एक माह के अन्दर किया जा सकता है। प्रत्येक माड्यूल/पेपर के लिए 200/- रु. की अपेक्षित फीस के साथ आवेदन सीधे डीओईएसीसी सोसायटी, 6 सीजीओ कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली-3 को भेजा जाएगा। यदि कोई संशोधन करने की आवश्यकता होती है तो उसे विद्यार्थी की परीक्षा के परिणाम में अपडेट कर दिया जाएगा।
रोजगार के अवसर :
डीओईएसीसी ‘ए’ स्तर का पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध रोजगार के कुछ अवसर प्रोग्रामर, सहायक डेटाबेस प्रबंधक, अध्यापन सहायक आदि हैं।