मैट-ओ स्तर
मैट-‘ओ’ स्तर (मल्टीमीडिया एवं एनिमेशन प्रौद्योगिकी में आधारभूत पाठ्यक्रम)
मैट-ओ स्तर पाठ्यक्रम मल्टीमीडिया एवं एनिमेशन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नाइलिट का एक आधारभूत पाठ्यक्रम है। पाठ्यक्रम की अवधि 1 वर्ष (6-6 महीने के दो सेमेस्टर) है। सूचना प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम का अगला स्तर मैट-ए स्तर है जो मल्टीमीडिया एवं एनिमेशन प्रौद्योगिकी में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम के समकक्ष है। यह पाठ्यक्रम प्रत्येक वर्ष फरवरी तथा अगस्त से आरम्भ होता है। दाखिले की नोटिस भी पाठ्यक्रम आरम्भ होने के लगभग 1 महीने पहले स्थानीय दैनिक समाचार-पत्रों में प्रकाशित की जाती है।.
उद्देश्य :
इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य मूलभूत मल्टीमीडिया प्रणालियों, उपकरणों तथा तकनीकों, मल्टीमीडिया निर्माण के संघटक-पुर्जों के कार्यान्वयन, वेब डिजाइनिंग तथा एनिमेशन निर्माण कुशलताओं को समझाने के लिए मूलभूत ज्ञान प्रदान करना है।
पात्रता : 10+2
प्रवेश : प्रत्येक सत्र के लिए 20 सीटें
चयन की पद्धति : विद्यार्थियों का चयन नाइलिट, कोहिमा द्वारा ली जाने वाली एक प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाता है।
पाठ्यचर्या :
पेपर कोड | पेपर का नाम |
---|---|
प्रथम सेमेस्टर |
|
MAT.O1.R0 |
एनिमेशन प्रौद्योगिकी का परिचय |
MAT.O2.R0 |
मल्टीमीडिया का परिचय |
द्वितीय सेमेस्टर |
|
MAT.O3.R0 |
मल्टीमीडिया संसाधन तकनीकें |
MAT.O4.R0 |
मल्टीमीडिया डिजाइन के सिद्धान्त एवं अनुप्रयोग |
प्रैक्टिकल पेपर तथा परियोजना |
|
PR-1 |
प्रथम सेमेस्टर का प्रैक्टिकल |
PR-2 |
द्वितीय सेमेस्टर का प्रैक्टिकल |
लघु परियोजना |
प्रथम सेमेस्टर की परियोजना |
प्रमुख परियोजना |
द्वितीय सेमेस्टर की परियोजना |
परियोजना कार्य :
नाइलिट योजना के अन्तर्गत परियोजना कार्य प्रमाण-पत्र प्राप्त करने की अर्हता के लिए पाठ्यविवरण का एक अभिन्न अंग है। प्रथम सेमेस्टर के अन्त में एक लघु परियोजना है जिसपर विद्यार्थी द्वारा कार्य केन्द्र में किया जाएगा और मूल्यांकन आन्तरिक रूप में किया जाएगा। द्वितीय सेमेस्टर को पूरा करने के बाद विद्यार्थी द्वारा एक प्रमुख परियोजना का कार्य आन्तरिक रूप में या बाहर किसी भी स्थान पर किया जाएगा और पंजीकरण में निर्धारित प्रारूप में मुख्यालय अथवा नोडल केन्द्र को प्रस्तुत किया जाएगा। लघु परियोजना के 50 अंक हैं और प्रमुख परियोजना के 200 अंक हैं।
परीक्षा :
1. सिद्धान्त की परीक्षाएँ :
“मैट-ओ” स्तर के सिद्धान्त की परीक्षा का आयोजन नाइलिट, नई दिल्ली द्वारा वर्ष में दो बार (फरवरी तथा अगस्त के महीनों में) किया जाता है। परीक्षा फार्म नाइलिट की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन प्रस्तुत किए जाएंगे। पूरे भारत में कई परीक्षा केन्द्र हैं। परीक्षा फार्म संग्रह करते समय परीक्षा केन्द्रों की सूची उपलब्ध होगी। विद्यार्थी अपनी सुविधानुसार परीक्षा केन्द्र का चयन कर सकते हैं।
प्रत्येक पेपर का पूर्णांक 100 है तथा परीक्षा की अवधि 3 घंटे है। सिद्धान्त के प्रत्येक पेपर के लिए परीक्षा फीस 500/- रु. तथा संसाधन फीस 100/- रु. है।
प्रैक्टिकल परीक्षा :
“मैट-ओ” स्तर के लिए दो प्रैक्टिकल पेपर हैं। प्रैक्टिकल-1 प्रथम सेमेस्टर में है जिसके 50 अंक है तथा प्रैक्टिकल-2 द्वितीय सेमेस्टर में है जिसके 100 अंक हैं। परीक्षा का आयोजन संस्थान में ही नाइलिट, नई दिल्ली के पर्यवेक्षण में आयोजित किया जाता है। विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरते समय 300/- रु. की अतिरिक्त प्रैक्टिकल परीक्षा फीस का भुगतान करने के साथ प्रैक्टिकल परीक्षा में बैठने का विकल्प देना होगा। प्रत्येक प्रैक्टिकल परीक्षा की अवधि 3 घंटे है।
फीस का चार्टर नीचे दिया गया है :
क्र.सं. | विवरण | फीस (रुपए) |
---|---|---|
1 |
सिद्धान्त के प्रत्येक माड्यूल के लिए परीक्षा फीस |
500 |
2 |
प्रत्येक प्रैक्टिकल माड्यूल के लिए परीक्षा फीस |
300 |
3 |
परीक्षा आवेदन फार्म विलम्ब से प्रस्तुत करने की फीस |
100 |
4 |
सिद्धान्त के माड्यूल में सुधार के लिए फीस |
500 |
5 |
लघु परियोजना फीस |
300 |
6 |
लघु परियोजना पुनः प्रस्तुति फीस |
300 |
7 |
प्रमुख परियोजना फीस |
500 |
8 |
प्रमुख परियोजना पुनः प्रस्तुति फीस |
500 |
9 |
डुप्लिकेट प्रमाण-पत्र जारी करने की फीस |
100 |
10 |
उत्तर पत्रक के पुनःयोग की फीस |
200 |
11 |
उत्तर पत्रक के प्रकटन की फीस |
500 |
परीक्षा के परिणाम :
“मैट-ओ” स्तर की परीक्षा के परिणाम नाइलिट की वेबसाइट http://student.nielit.in पर सामान्यतः परीक्षा समाप्त होने के 2 महीने के बाद प्रकाशित किए जाते हैं। नाइलिट मुख्यालय से प्रत्येक विद्यार्थी को अलग-अलग रूप में भी परिणाम भेजे जाते हैं। परिणाम ग्रेड के रूप में दिए जाते हैं।
“मैट-ओ” स्तर के लिए डीओईएसीसी ‘ओ’ स्तर की ही तरह ग्रेडिंग पद्धति अपनाई जाती है। अंकों के पुनः योग का अनुरोध परिणामों की घोषणा के एक माह के अन्दर किया जा सकता है। यदि संशोधन के बाद कोई परिवर्तन किया जाता है तो विद्यार्थियों को परिणाम मुख्यालय से भेजे जाते हैं।
रोजगार के अवसर :
बाजार की हाल की प्रवृत्तियों तथा पाठ्यक्रम के उद्देश्यों के साथ-साथ “मैट-ओ” स्तर के लिए प्रस्तावित स्किल सेट के अनुसार, यह समझा जा रहा है कि आजीविका के संभावित विकल्प इस प्रकार होंगे :
1. मल्टीमीडिया निर्माण सहायक
2. मल्टीमीडिया तकनीशियन
3. वेब विकासकर्ता