कार्यकारी निदेशक का सन्देश
रा.इ.सू.प्रो.सं औरंगाबाद केंद्र के कार्यकारी निदेशक के रूप में मुझे यह बताते हुए अति प्रसन्नता हो रही है कि यह केन्द्र इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के क्षेत्र मे समाधान उन्मुख दृष्टिकोण के तहत काम करने में अग्रणी है । डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाडा विश्वविद्यालय के विशाल और हरे भरे परिसर में स्थित यह केंद्र औपचारिक और अनौपचारिक दोनों क्षेत्रों में अत्याधुनिक शिक्षण पद्धतियों के माध्यम से युवाओं को विश्व स्तरीय शैक्षणिक और कौशल विकास के अवसर प्रदान कर रहा है।
इस केन्द्र की स्थापना वर्ष 1987 में हुई । इस केन्द्र द्वारा पढ़ाए जाने वाले उच्चस्तरीय पाठ्यक्रम छात्रों के विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण योग्दान दे रहे हैं । इसकी सफलता का महत्व इसके पूर्व छात्रों द्वारा भारत और विदेश दोनो की विशिष्ठ कंपनियों मे किये जा रहे, उनके श्रेष्ठ कार्यों से लगाया जा सकता है । "सभी को सामान अवसर" प्रदान करने के सिद्धान्त काम करते हुए इस केंद्र में डिजिटल साक्षरता से लेकर डिप्लोमा, बी.टेक,ऐम.टेक तक के विभिन्न प्रकार के पाठयक्रम करवाए जा रहे हैं ।
छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने हेतु इन पाठ्यक्रमो को विशेषरूप से बनाया गया है तथा इन पाठ्यक्रमो का शुल्क भी भारत के जनमानस को ध्यान मे रखकर निर्धारित किया गया है । इन पाठ्यकर्मो को छात्रों के पेशेवर,नैतिक और बौध्हिक विकास को ध्यान मे रखकर तैयार किया गया है ताकि ये छात्र भारत के औद्धोगिक विकास में अपना योगदान दे पाएँ । यह सभी पृष्ठभूमि तथा बौद्धिक क्षमताओ वाले छात्रों का पसंदीदा केन्द्र है एवं शिक्षा के क्षेत्रों मे नवीन तकनीको तथा अत्याधुनिक संसाधनों के द्वारा छात्रों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है । इस संस्थान द्वारा पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद से अनुमोदित हैं तथा इस संस्थान द्वारा वर्षो मे अर्जित की गयी विशेषता को मद्देनज़र रखते हुए इसको पी.एच.ड़ी डिग्री के लिए भी प्रतिष्ठित अनुसंधान केंद्र का दर्ज़ा दिया गया है ।
हम दृढ़ता से मानते हैं कि 'गुणवत्ता' एक गंतव्य नहीं है, बल्कि सुधार की यात्रा है। विभिन पाठ्यक्रमो के माध्यम से, भारत सरकार के कौशल भारत,मेक इन इंडिया,और डिजिटल इंडिया इत्यादि पहलो के अंतर्गत, उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने मे रा.इ.सू.प्रो.सं औरंगाबाद केंद्र हमेशा अग्रणी रहा है । यह हमारे माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अंतर्गत अकॅडेमिक उत्कृष्ता,तकनीकी गुणवत्ता वाली शिक्षा में उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है । इस केंद्र के पाठ्यक्रमो में वैश्विक तथा आज की आवशकयताओ को ध्यान मे रखते हुए नवीनतम तकनीको और विचारो का समावेश है ।
भारत सरकार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की एक प्रमुख घटक इकाई होने के नाते, रा.इ.सू.प्रो.सं औरंगाबाद ने, भारत सरकार एवम राज्य सरकार के विभिन विभागों में कार्यरत कर्मचारियों के समर्थन हेतु विशिष्ट पाठ्यक्रम भी तैयार किए है। यह संस्थान भारत सरकार एवम राज्य सरकार के विभिन विभागों की विभिन योजनायों जोकि विशेष रूप से अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, महिलाओं तथा पिछड़े वर्गों के इलेक्ट्रॉनिक्स एवम सूचना तकनीक के क्षेत्रो में कौशल विकास द्वारा सशक्तिकरण से सम्बंधित हैं के कार्यान्वयन हेतु पहली पसंद रहा है । भारत सरकार और राज्य सरकार के विभिन विभागों में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्रों में भर्ती तथा ऑनलाइन सेवाओं को लागू करने हेतु रा.इ.सू.प्रो.सं एक पसंदीदा संसथान बन गया है ।
महानिदेशक महोदय के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में कार्य करते हुए इस संस्थान ने इलेक्ट्रनिक्स एवम सूचना तकनीक के क्षेत्रों में नये मापदंड स्थापित करने के साथ साथ विकास के कई नए आयाम स्थापित किये हैं तथा किए है । इनकी बराबरी शायद ही कोई दूसरा संगठन निकट भविष्य में कर पाए । मैं आप सभी छात्रों से इस केंद्र का हिस्सा बनकर सफलता के नये आयाम स्थापित करने का आग्रह करता हूँ ।
डॉ संजीव कुमार गुप्ता
कार्यकारी निदेशक