परियोजनाएँ
ईएसडीएम क्षेत्र में क्षमता निर्माण :
यह परियोजना नाइलिट औरंगाबाद, सी-डैक हैदराबाद तथा नाइलिट चेन्नै के कंसोर्शियम से चलाई जा रही है। इस परियोजना को इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिकी डिजाइन तथा उत्पादन प्रौद्योगिकियों में योग्यता का दर्जा बढ़ाने के लिए निम्नलिखित कार्यकलाप करना है :
- विभिन्न स्तरों पर मानव संसाधन का विकास करना जिनमे सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातकोत्तर तथा पर्याप्त योग्यता स्तर के अनुसंधान प्रोफेशलन शामिल हैं।
- विशेषज्ञता के चुनिन्दा क्षेत्रों में अल्पावधि/दीर्घावधि अनौपचारिक मॉडुलर पाठ्यक्रम आरम्भ करना।
- भारतीय उद्योगों में कार्यरत प्रोफेशनलों की योग्यता का दर्जा बढ़ाना।
- तकनीकी संस्थानों के शिक्षकों के ज्ञान एवं कुशलता का दर्जा बढ़ाना जिसकी आवश्यकता इस क्षेत्र में उच्च दर के अप्रचलन के कारण हुई।
ग्रामीण जनता की कुशलता का विकास :
यह परियोजना अनुसूचित जाति/जनजाति/अल्पसंख्यक तथा महिला विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए है। इस परियोजना को इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिकी तथा आईटीईएस-बीपीओ क्षेत्र में कुशलता विकास के जरिए अधिकारिता प्रदान करना है। इसे महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ में चलाया जा रहा है। प्रशिक्षण निम्नलिखित क्षेत्रों में प्रदान किया जा रहा है :
सूचना प्रौद्योगिकी कुशलता
- इलेक्ट्रॉनिकी उपस्कर मरम्मत एवं अनुरक्षण
- आईटीईएस-बीपीओ (ग्राहक सेवा एवं बैंकिंग)
- पंचायत के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण एवं प्रमाणन
नाइलिट औरंगाबाद पंचायतों के कार्यकर्ताओ तथा पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधियो के लिए नाइलिट के मूलभूत कम्प्यूटर पाठ्यक्रम (बीसीसी) पर प्रशिक्षण एवं प्रमाणन की परियोजना का कार्यान्वयन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दमन तथा दीव, दादरा नगर हवेली, गुजरात, गोवा में कर रहा है।
सेना के जवानों के लिएं सीएचएम-ओ स्तर पर कुशलता विकास का पाठ्यक्रम :
नाइलिट औरंगाबाद सेना के जवानों के लिए महानिदेशक (पुनर्वास), रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कुशलता विकास की एक परियोजना चला रहा है। इस परियोजना में सेना बल के जवानों को नाइलिट द्वारा संचालित सीएचएम-ओ स्तर के पाठ्यक्रम मे प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। सेना बल के 40 जवानों का प्रशिक्षण 28 अप्रैल, 2014 से आरम्भ हुआ है।
डीजीईटी ओएमआर आधारित डेटा संसाधन परियोजना :
नाइलिट औरंगाबाद ने रोजगार एवं प्रशिक्षण महानिदेशक से उनकी सेमेस्टर आधारित परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों के 25 लाख ओएमआर शीटों का संसाधन करने की एक परियोजना प्राप्त की है।
नाइलिट औरंगाबाद को केन्द्रीय और पश्चिमी भारत की ओएमआर शीटों से संबंधित डेटा के संसाधन का कार्य सौंपा गया जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र. गुजरात, गोवा, दमन तथा दीव और दादरा एवं नगर हवेली राज्य शामिल हैं। इस परियोजना का निष्पादन जबलपुर, मुम्बई तथा अहमदाबाद में टीमें भेजकर तीन केन्द्र स्थापित करने का माध्यम से स्थल पर किया गया और निर्धारित तिथि पर सफलतापूर्वक पूरा किया गया।