प्रस्तावना

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण के अन्तर्गत राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट), (पूर्वतन डीओईएसीसी सोसायटी) की स्थापना  सूचना, इलेक्ट्रॉनिकी एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईईसीटी) तथा संबद्ध क्षेत्रों में मानव संसाधन के विकास से संबंधित कार्यकलापों के लिए की गई थी। नाइलिट आईईसीटी के क्षेत्र में औपचारिक तथा अनौपचारिक दोनों ही प्रकार के शिक्षण के कार्य कर रही है और साथ ही अद्यतन तकनीकी जानकारी के क्षेत्रों में उद्योग उन्मुखी शिक्षण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी विकास करती है। नाइलिट ने आईईसीटी के क्षेत्र में परीक्षा एवं प्रमाणन के लिए देश का अग्रणी संस्थान बनने के लिए मानक स्थापित करने का प्रयास किया है। यह भारत का एक राष्ट्रीय परीक्षा निकाय भी है, जो अनौपचारिक क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रम चलाने के लिए संस्थानों/संगठनों को प्रत्यायित करती है।

इस समय अगरतला, आइजॉल, अजमेर, अलावलपुर (साक्षरता केंद्र), औरंगाबाद, भुवनेश्वर, कालीकट, चंडीगढ़, चेन्नै, चुचुयिमलांग, चूड़चंद्रपुर, दमन, दिल्ली, डिब्रूगढ़, दिमापुर, गंगटोक, गोरखपुर, गुवाहाटी, हरिद्वार, इम्फाल, ईटानगर, जम्मू, जोरहाट, कारगिल, कोहिमा, कोलकाता, कोकराझार, कुरुक्षेत्र, लखनपुर (साक्षरता केंद्र), लेह, लखनऊ, लुंगलेई, माजुली, मंडी, पासीघाट, पटना, पाली, राँची,  रोपर, सेनापति, शिलांग, शिमला, सिलचर, श्रीनगर, तेजपुर, तुरा और तेजू स्थित नाइलिट के सैंतालीस (47) केन्द्र हैं तथा इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। यह पूरे देश में लगभग 700+ प्रत्यायित संस्थानों से भी भलीभाँति जुड़ा हुआ है।

पिछले दो दशकों के दौरान, नाइलिट ने अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों के माध्यम से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत अच्छी विशेषज्ञता हासिल की है, जिनमें ‘ओ’ स्तर (आधारभूत), ‘ए’ स्तर (उन्नत डिप्लोमा), ‘बी’ स्तर (एमसीए के समकक्ष), ‘सी’ स्तर (एम.टेक के समकक्ष), सूचना प्रौद्योगिकी साक्षरता कार्यक्रम जैसे कि सीसीसी (कम्प्यूटर अवधारणा पाठ्यक्रम), बीसीसी (मूलभूत कम्प्यूटर पाठ्यक्रम) तथा अनौपचारिक क्षेत्र में अन्य दीर्घावधि एवं अल्पावधि पाठ्यक्रम जैसे कि सूचना सुरक्षा, आईटीईएस-बीपीओ (उपभोक्ता सेवा/बैंकिंग), कम्प्यूटर हार्डवेयर अनुरक्षण (सीएचएम-ओ/ए स्तर), जैव-सूचना विज्ञान (बीआई-ओ/ए/बी स्तर), ईएसडीएम आदि शामिल हैं। इनके अलावा, नाइलिट के केन्द्रों द्वारा आमतौर पर औपचारिक क्षेत्र में विश्वविद्यालयों/संस्थानों द्वारा चलाए जाने वाले इलेक्ट्रॉनिकी डिजाइन एवं प्रौद्योगिकी, अन्तर्निर्मित प्रणालियों में स्नातकोत्तर स्तर (एम.टेक) जैसे उच्च स्तरीय पाठ्यक्रम भी संबंधित राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों के सहयोग से चलाए जाते हैं।

नाइलिट ने अपने द्वारा की जा रही व्यापक रेंज की परियोजनाओं के माध्यम से अपने कार्यकलापों का आगे विस्तार किया है।  नाइलिट ने अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं, परामर्श सेवाओँ, कार्यालय स्वचालन के लिए आद्योपान्त परियोजनाओं, सॉफ्टवेयर विकास, वेबसाइट विकास आदि के निष्पादन के जरिए अपनी योग्यता एवं क्षमता का प्रदर्शन किया है। नाइलिट भारत के महापंजीयक (आरजीआई) की राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) परियोजना के सृजन के प्रयोजन से 15 विनिर्दिष्ट राज्यों तथा 2 संघ शासित प्रदेशों की जनसंख्या के आँकड़ों के अंकीयकरण के लिए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से एक नोडल कार्यान्वयन एजेंसी भी है।

नाइलिट कृषि संगणना एवं इनपुट सर्वेक्षण का भी सफलतापूर्वक निष्पादन कर रही है जिसके अन्तर्गत लगभग 10 करोड़ डेटा रिकार्डों की तालिका बनाई गई है। नाइलिट ने समुचित शिक्षा-शास्त्र अपनाने के लिए एक रोड मैप तैयार किया है जिससे नाइलिट को राष्ट्रीय महत्व के एक संस्थान में रूपान्तरित किया जा सके।

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